Wednesday, August 19, 2015

कुछ तेरा है कुछ मेरा है

कुछ तेरा है कुछ मेरा है, 
कुछ हम दोनों का हिस्सा है 
न तुमने कहा, न बयान मैंने किया 
फिर भी तेरे मेरे दिल का  ये किस्सा है 

क्योँ फिर मैं, ना करूँ  इजहार 
क्योँ फिर मैं, न करूँ जाहिर 
ये जो हम दोनो  की दिल की बातें हैं 
क्यो ना करूँ , क्योँ ना ?

महसूस क्या तुम्हे भी होता है ,
मेरी तरह,
कुछ मीठा सा, कुछ तीखा सा 
हलचल मचाता ये दो दिलों  का शोर 

या की मैं  बून रही हूँ अधूरा सा ख्वाब ,
या की मेरे दिल की धड़कन है अकेली 
और नहीं तेरी हालत मुझ सी 
या की बातें मेरे दिल की तेरी भी बातें हैं,
तू अब कह भी दे ना।  कह दे ना 


हाँ दर्द दे तू मुझे, या दर्द ले  तू मेरा,
पर नहीं अब जुदा तुझसे होना चाहूँ मैं 
मान भी ले, हाँ मान ले 
दिल की येह छोटी सी बात 
हाँ, एक छोटी सी बात 

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